क्या हाफ बिजली बिल बन जायेगा पूरा? सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ की जनता को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है?
छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लग सकता है। नई सरकार आने के बाद लोगों को मन में कई तरह के सवाल भी उठ रहे है
रायपुर : छत्तीसगढ़ में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लग सकता है। जो बिजली का बिल अब तक तीन अंको में सिमट जाता रहा है, अब वह चार अंकों तक पहुंच सकता है। साफ शब्दों में कहें तो जो बिजली का बिल 100 रुपए से लेकर 900 रुपए तक आता रहा है, वह अब हजारों में भी आ सकता है। ऐसा इसलिए क्यों कि नई सरकार बिजली बिल हाफ योजना पर जल्द ही कोई निर्णय तक पहुंच सकती है। इसके बाद बिजली बिल उपभोक्ताओं के जहन में तरह-तरह के सवाल भी उठने लगे हैं।
छत्तीसगढ़ में 15 साल के बनवास के बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने बिजली बिल हाफ योजना की शुरुआत 2019 में मार्च के महीने में की थी। इसके बाद प्रदेश में 400 यूनिट तक की बिजली, बिजली बिल हाफ योजना के तहत काम हो जाती है। अब अब 2023 विधानसभा चुनाव के बाद नई विष्णु देव सरकार इस योजना को लेकर किसी नतीजे तक पहुंच सकती है। हाल ही में सीएम विष्णु देव ने इसको लेकर कहा है कि कांग्रेस सरकार की अच्छी योजनाओं की हम फिर से समीक्षा करेंगे।
आने वाले समय में सरकार का पक्ष क्या होता है
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के इस बयान से फिलहाल अभी सरकार किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। लेकिन आने वाले समय में सरकार का पक्ष क्या होता है यह देखने वाली बात होगी। पत्रकार के सवाल पर सीएम विष्णु देव ने सिर्फ इतना ही कहा है कि कांग्रेस सरकार की अच्छी योजनाओं पर समीक्षा की जाएगी। अब मौजूदा 0सरकार के नजरिया में बिजली बिल हाफ योजना उन अच्छी योजनाओं में शामिल है या नहीं है, इसे कोई साफ-साफ नहीं कह रहा है।
क्या थी बिजली बिल हाफ योजना
छत्तीसगढ़ में साल 2018 में सत्ता में अब वापसी के साथ ही कांग्रेस में नई-नई योजनाओं का क्रियान्वयन प्रदेश में शुरू कर दिया। जिसमें से एक बिजली बिल को लेकर भी योजना शामिल थी, इस योजना का नाम है बिजली बिल हाफ योजना.. साल 2019 के मार्च महीने से ही तत्कालीन कांग्रेस सरकार में बिजली बिल हाफ योजना का लाभ उपभोक्ताओं को देना शुरू कर दिया। इस योजना के तहत 400 यूनिट तक इस्तेमाल करने वाले बिजली उपभोक्ताओं का बिल आधा कर दिया जाता है।