Fire In Bijapur: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पोटाकेबिन बालिका छात्रावास में भीषण आग, देखिए वीडियो……
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से बड़ी खबर आ रही है. यहां आवासीय पोटाकेबिन छात्रावास में बुधवार देर रात भीषण आग लग गई। इस आग से एक चार साल की बच्ची झुलस गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बीजापुर,Fire In Bijapur: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से बड़ी खबर आ रही है. यहां आवासीय पोटाकेबिन छात्रावास में बुधवार देर रात भीषण आग लग गई। इस आग से एक लड़की झुलस गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हॉस्टल में आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई. हॉस्टल के 300 से ज्यादा बच्चों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया |
घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड के जवान आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं. हालांकि हॉस्टल में आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगने की बात कही जा रही है. मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है….
#WATCH छत्तीसगढ़: बीजापुर में देर रात सरकारी आवासीय गर्ल्स पोर्टा केबिन में भीषण आग लग गई। सभी लड़कियों को बचा लिया गया। घटना बीजापुर के आवापल्ली थाना क्षेत्र के चिंताकोंटा पोर्टा-केबिन की है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। pic.twitter.com/gIMPXChc54
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 7, 2024
304 छात्राओं को उठाकर सुरक्षित बाहर निकाला गया
जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले के चिंताकोंटा आवासीय बालिका पोटा केबिन में बुधवार देर रात आग लग गई। आग लगने से छात्रावास में अफरा-तफरी मच गई। छात्रावास में जब आग लगी उस वक्त छात्राएं सो रहीं थीं। नींद में सो रहे 304 छात्राओं को उठाकर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
वहीं आग में झुलसने की वजह से एक बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई है
बच्ची का नाम लिपाक्षी बताया गया है। पोटा केबिन के स्टाफ और स्थानीय लोगोंं की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई। पोटा केबिन में आग लगने के कारण शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है।
जानकारी मिलते ही विभाग के अधिकारी घटनास्थल पहुंचे है
आवापल्ली थानाक्षेत्र के अंतर्गत चिंताकोंटा बालिका पोटा केबिन की घटना है। बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडे भी घटना की जानकारी मिलते ही चिंताकोंटा बालिका पोटा केबिन पहुंचे है।कलेक्टर संग जिले के अधिकारियों का दल भी घटनास्थल पहुंचा है। बालिका पोटा केबिन में आग लगने के कारणों तथा विभागीय अधिकारियों का कोई बयान नहीं आया है। विभाग के अधिकारी इस मामले पर कोई स्पष्ट जानकारी नही दे रहे है।