Bear Attack in CG: मरवाही के जंगल में भालू ने दो ग्रामीणों को मार डाला, पांच घायल हो गए, जबकि भालू पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया
Bear Attack in CG: बिलासपुर के मरवाही वनमंडल में दो ग्रामीणों की जान लेने और पांच को घायल करने वाले भालू को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है....Bear Attack in CG: बिलासपुर के मरवाही वनमंडल में दो ग्रामीणों की जान लेने और पांच को घायल करने वाले भालू को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया है....
बिलासपुर,Bear Attack in CG: मरवाही वनमंडल की रेस्क्यू टीम ने कुछ घंटों की मशक्कत के बाद ट्रैंकुलाइजर गन से भालू को बेहोश कर दिया। बेहोश भालू के शरीर की जांच करने पर चार स्थानों पर कुल्हाड़ी से हमले के निशान मिले। घाव गहरा होने के कारण भालू को इलाज के लिए कानन पेंडारी चिड़ियाघर लाया गया है। उनकी हालत गंभीर है.
Bear Attack in CG: भालू के शरीर में मिले गहरे घाव
भालू आक्रमक हो गया था। इसके चलते मरवाही में दहशत का माहौल था। यही वजह है कि आनन-फानन में रेस्क्यू करने का निर्णय लिया गया। रेस्क्यू के बाद जब बेहोशी की हालत में भालू को पिंजरे में डाला गया तो उसकी हालत देखकर वन अफसर भी सकते में आ गए। शरीर में गहरे घाव के निशान थे।
Bear Attack in CG: भालू पर हुआ था कुल्हाड़ी से प्रहार
जांच के दौरान यह भी पुष्टि हुई कि उस पर कुल्हाड़ी से प्रहार किया गया है। आक्रमण होने की एक वजह यह जख्म भी हो सकती है। दर्द वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। भालू की हालत देखते हुए ही उपचार के लिए कानन पेंडारी जू में लाने का निर्णय लिया गया।
Bear Attack in CG: डा. पीके चंदन किया भालू का उपचार
जू परिसर में वन्य प्राणियों का अस्पताल है। यहां उपचार के सारे उपकरण के इंतजाम हैं। जू में लाने के बाद डा. पीके चंदन ने उपचार किया। जख्म में मरहम लगाए गए। इसके अलावा घाव कम करने का इंजेक्शन भी लगाया गया।जू प्रबंधन अपनी ओर से भालू के उपचार में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ रहा है। लेकिन, इसके बाद भी उसकी हालत चिंताजनक है। इसकी पुष्टि अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फियर रिजर्व के संचालक व अचानकमार टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर यूआर गणेश ने की। उनका कहना था कि भालू का उपचार चल रहा है। जख्म जल्द ही नहीं भरे तो भालू के लिए खतरा हो सकता है।