12 दिन बाद अपने सहयोगियों से मिलेंगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, आज दोपहर 3:30 बजे होगा नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के 22 दिन बाद भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार को नए मंत्री मिलने जा रहे हैं। कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह 3.30 बजे है.
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने 3 दिसंबर को ही ऐलान कर दिया था कि राज्य में फिर से उसकी ही सरकार बनने जा रही है. हालांकि, मुख्यमंत्री चुनने में पार्टी को करीब एक हफ्ते का वक्त लग गया. तमाम राजनीतिक चर्चाओं, अटकलों और दावों के बाद आखिरकार 13 दिसंबर को बीजेपी के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव और उनके दो उपमुख्यमंत्रियों जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने शपथ ले ली. चुनाव नतीजों के 10 दिन बाद मध्य प्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिल गया. अब चुनावी नतीजों के 22 दिन और मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के 12 दिन बाद मध्य प्रदेश को नई कैबिनेट मिलने जा रही है |
जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद बोले सीएम मोहन
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार रात दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य की नई कैबिनेट का गठन सोमवार दोपहर 3.30 बजे होने जा रहा है. यानी आज मध्य प्रदेश को नया मंत्रिमंडल मिल जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली दौरे पर हैं. यहां रविवार को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद देर रात मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने प्रदेश के बारे में बात की |
मध्य प्रदेश में फिर चलेगी डबल इंजन की सरकार
उन्होंने कहा, ”मध्य प्रदेश की नई कैबिनेट दोपहर 3.30 बजे शपथ लेगी. मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें भारी जीत मिली है. हम सभी पीएम मोदी की सराहना करते हैं” , गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के नेतृत्व में हम एक बार फिर विकास का डबल इंजन चलाएंगे।” मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह बात कही |
मध्य प्रदेश में बीजेपी को मिली बड़ी जीत
मध्य प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की है और एक बार फिर राज्य में सरकार बनाई है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 230 में से 163 सीटें मिलीं. जबकि कांग्रेस पार्टी सिर्फ 66 सीटों पर सिमट गई. यानी बीजेपी को इस बार मध्य प्रदेश में पिछली बार से 54 सीटें ज्यादा मिलीं. पिछली बार की तुलना में इस बार कांग्रेस के हाथ से 48 सीटें फिसल गईं |