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कोरोना का कहर : और गंभीर होता जा रहा है चीन का आर्थिक संकट

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली : कोरोना ने चीन में कहर बरपाते हुए देश को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। काफी समय हो गया है कि नागरिकों को वेतन नहीं मिला है और इसलिए कोरोना की दवाई खरीदने तक के पैसे नहीं बचे हैं। दवा की दुकानों से ड्रग्स की भीख मांगते लोगों के वीडियो और वेतन देने के लिए शहर से हो रहे विरोध के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

चीन का आर्थिक संकट और गंभीर होता जा रहा है। जीरो कोविड नीति के कारण देश का आर्थिक कारोबार पहले ही काफी धीमा हो गया है और इस वजह से राजस्व में कमी आई है। बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, चीन का गैर-वित्तीय क्षेत्र ऋण बढ़कर 51.87 ट्रिलियन डॉलर हो गया है, जो कि सकल घरेलू उत्पाद से 295 प्रतिशत अधिक है। 1995 के बाद देश पर इतना कर्ज कभी नहीं हुआ।

बीजिंग थिंक टैंक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंस एंड डेवलपमेंट के अनुसार, चीन का कर्ज 2020 के अंत में सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, और निकट अवधि में स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। इसके अलावा, जैसे-जैसे देश की आबादी घट रही है, सामाजिक सुरक्षा पर सरकार का खर्च बढ़ता रहेगा।

 

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