जोशी मठ के घरों और दुकानों में पिछले तीन दिनों से नहीं बढ़ी हैं दरारें
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जोशी मठ : उत्तराखंड का जोशी मठ इस समय बड़े संकट से जूझ रहा है। लगभग हर घर में दरारें हैं जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां की आबादी 20 हजार से ज्यादा है। बढ़ते संकट की पृष्ठभूमि में अब जोशीमठ वासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। शहर के घरों और दुकानों में पिछले तीन दिनों से दरारें नहीं बढ़ी हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जोशीमठ में क्षतिग्रस्त मकानों में लगे क्रेक मीटरों को पिछले तीन दिनों में चौड़ा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जेपी कॉलोनी के पास भूमिगत एक्वाडक्ट से पानी का डिस्चार्ज फिर से बढ़कर 150 लीटर प्रति मिनट हो गया है।वहीं उत्तराखंड के मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस बात की जांच कराई जाएगी कि जोशीमठ में 20 साल से पानी में डूबी बहुमंजिला इमारत बनाने की अनुमति कैसे दी गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और कहा कि शहर में आपदा प्रबंधन के लिए किए जाने वाले उपायों के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुनर्स्थापित लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और अधिकारियों से प्रभावित निवासियों के साथ चर्चा करने के बाद एक पुनर्वास योजना तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने चमोली जिलाधिकारी को प्रभावित लोगों का संज्ञान लेकर जल्द से जल्द सरकार को रिपोर्ट भेजने को कहा।