Datia Accident News: दतिया में दीवार गिरने से बड़ा हादसा.. 7 लोगों की मौत, 2 को सुरक्षित निकाला गया.
Datia Accident News: दतिया में एक बड़ा हादसा हो गया है। बारिश के कारण पुरानी दीवार गिर गई है जिस वजह से मलबे में 9 लोग दब गए हैं...
दतिया, Datia Accident News: इस समय मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश कहर बरपा रही है. कई सड़कें बंद कर दी गई हैं. कुछ गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कहर के बाद दतिया में बड़ा हादसा हो गया है. बारिश के कारण पुरानी दीवार ढह गई जिसके मलबे में 9 लोग दब गए. जिसमें 7 लोगों की मौत और 2 को सुरक्षित बाहर निकाला है। इस घटना की जानकारी लगते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे।
Datia Accident News: जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब साढ़े तीन बजे बहुत तेज आवाज सुनाई दी
लोग बाहर आये तो देखा कि किले की दीवार ढह गयी है। दो लोगों को तुरंत बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया. कलेक्टर संदीप माकिन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और एसडीईआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है.पूर्व गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में किले की दीवार गिरने की घटना पर कहा कि किले की दीवार गिरने की दुःखद घटना से अत्यधिक पीड़ा में हूं। घटना में पीड़ित मेरे सभी परिवार जनों को ईश्वर धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करें। मैं अधिकारियों के निरंतर संपर्क में हूं। घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका हूं,शीघ्र ही आप लोगों को बीच पहुंच रहा हूं।
मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता
दतिया में हुए हादसे की सारी घटना से मैंने माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव को टेलीफोन के माध्यम से अवगत करा दिया है, मुख्यमंत्री द्वारा घायलों के बेहतर इलाज और पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात भी माननीय मुख्यमंत्री ने कही है। मुख्यमंत्री द्वारा घटना की संपूर्ण जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों से भी प्राप्त कर ली गई है,और समुचित कार्यवाही के निर्देश भी दिए हैं!
400 साल पुरानी है दीवार
बता दें कि दीवार (रर) लगभग 400 साल पुरानी है। इसे सन 1629 में तत्कालीन राजा इंद्रजीत ने बनवाया था। इसे दीवार शहर पन्हा के नाम से जानते हैं। दतिया एक छोटी रियासत थी। इसलिए डर बना रहता था कि, आसपास के राज्य आक्रमण ना कर दें। सुरक्षा के लिहाज से दीवार का निर्माण कराया गया था। इसमें चार गेट और सात खिड़कियां थीं। लोगों ने दीवार पर अतिक्रमण कर लिया था। इस दीवार को तोड़ कर रिंग रोड बनाने का काम भी चल रहा है।