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सम्पूर्ण समाधान दिवस पर मुंशी ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर लगायी आग

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

हैदरगढ़, बाराबंकी : कोतवाली हैदरगढ़ अन्तर्गत तहसील मुख्यालय के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर एक राजस्व निरीक्षक के निजी मुंशी ने तहसीलदार और ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि के ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आग लगा ली। उक्त घटना के बाद से अफरा तफरी मच गयी। आनन फानन में उपजिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने गम्भीर रुप से घायल व्यक्ति को इलाज के लिए पहले सीएचसी भेजा जहां पर डाक्टरों ने उसे लखनऊ सिविल अस्पताल रिफर कर दिया। जहां पर उसकी हालत चिंता जनक बनी हुई है। पीड़िता की पत्नी ने कोतवाली हैदरगढ़ में तहसीलदार और ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि के विरुद्ध नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को तहसील हैदरगढ़ के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन था मुख्य विकास अधिकारी क्षेत्र से आये हुए पीड़ितों की शिकायतों को सुनकर उनकी समस्याओं के निदान के आदेश अधीनस्थ अधिकारियों को दे रही थी। समाधान दिवस समापन की ओर था वहीं लगभग 2 बजे थाना लोनीकटरा क्षेत्र के ग्राम नबीपुर मजरे फिरोजाबाद निवासी सुरजीत सिंह उर्फ डींगा पुत्र उदय प्रताप सिंह ने उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचकर अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। अचानक घटित घटना से वहां पर हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सभी अधिकारी सभागार से उठकर बाहर आये और उक्त घटना देखी तो अधिकारियों के साथ मौजूद कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों ने किसी तरह से सुरजीत सिंह के शरीर में लगी आग बुझाई और उसके बाद एम्बुलेंस के माध्यम से उसको सीएचसी हैदरगढ़ भेजा। डाक्टरों ने हालत गम्भीर देखते हुए सुरजीत को लखनऊ सिविल अस्पताल में रिफर कर दिया। घटना के सम्बन्ध में सुरजीत की पत्नी इन्दु सिंह ने बताया कि उसका पति एक राजस्व निरीक्षक के साथ में उनके सहयोग के लिए काम करता था। कुछ दिन पूर्व तहसीलदार हैदरगढ़ और हैदरगढ़ ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह ने बिना मतलब के मेरे पति को अपमानित किया था और साथ में यह धमकी दी थी कि अगर तुम तहसील में नजर आये तो जेल भेजवा दिया जायेगा। उक्त घटना से आहत होकर मेरे पति ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के मौके पर आग लगा ली है। इस घटना के जिम्मेदार तहसीलदार हैदरगढ़ और ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह हैं। पीड़िता ने कोतवाली हैदरगढ़ में जा करके दोनो लोगों के विरुद्ध नामजद तहरीर भी दी है। घटना का मुकदमा तो पुलिस ने नही दर्ज किया है हां जांच जरुर शुरु कर दी है। वहीं दूसरी तरफ तहसील परिसर में घटी घटना के सम्बन्ध में अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि तहसील हैदरगढ़ परिसर में दोपहर लगभग 1ः30 बजे सुरजीत ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर अपने आपको आग लगाने का प्रयास किया था जिसे तत्काल मौके पर उपस्थित व्यक्तियों द्वारा बुझा दिया गया। सुरजीत को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी देख रेख के लिए नायब तहसीलदार लगे हुए हैं साथ में उनके परिजन भी है। उन्होने यह भी बताया कि बीती 18 जनवरी को ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि हैदरगढ़ रामदेव सिंह ने सुरजीत के विरुद्ध एक प्रार्थना पत्र दिया था जिसमें सुरजीत के ऊपर पैसा मांगने का आरोप लगाया गया था। जिसकी जांच की जा रही है। उन्होने यह भी बताया कि सुरजीत की पत्नी ने हैदरगढ कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया है जिसमें तहसीलदार और ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि के ऊपर अभद्र भाषा का आरोप लगाया गया है। इसके सम्बन्ध जांच की कार्यवाही की जा रही है। कुल मिलाकर तहसील सभागार के सामने सुरजीत द्वारा उठाये गये इस आत्मघाती कदम से उच्चाधिकारियों के चेहरों पर सिकन आ गयी है और सभी लोग इस मामले में खुलकर कुछ
भी बताने को तैयार नही है।

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