छत्तीसगढ़ में सीएम चेहरे को लेकर सस्पेंस: कल रायपुर आ सकते हैं बीजेपी पर्यवेक्षक, 9 दिसंबर को विधायक दल की बैठक संभव
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी में सीएम चेहरे को लेकर मंथन तेज हो गया है. सरकार गठन को लेकर दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक भी हुई. माना जा रहा है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की जा सकती है. इसके बाद 9 दिसंबर को रायपुर में विधायक दल की बैठक हो सकती है.
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. इधर, राज्य में बीजेपी की सरकार बनते ही आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग भी लगातार उठने लगी है. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत तीन राज्यों में सरकार गठन को लेकर दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक भी हुई. संगठन की ओर से कहा जा रहा है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की जा सकती है |
माना जा रहा है कि पर्यवेक्षक 8 दिसंबर को छत्तीसगढ़ पहुंच सकते हैं. 9 दिसंबर को राज्य में विधायक दल की बैठक की भी चर्चा है. विधायक दल की बैठक के साथ ही राज्य में सरकार गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी |
केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा
मुख्यमंत्री का चेहरा बता दें कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व ही लेगा. छत्तीसगढ़ में सीएम चेहरे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विष्णु देव साय, रेणुका सिंह, गोमती साय, ओपी चौधरी के नामों की चर्चा है. जैसी कि बीजेपी की नीति रही है, कुछ और बड़े नाम भी हो सकते हैं. इस पर जल्द ही फैसला होने वाला है |
कैबिनेट में जगह बनाने की होड़ मुख्यमंत्री के चेहरे
चर्चा के बीच कुछ नए विधायक भी कैबिनेट में जगह बनाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं. आपको बता दें कि टिकट बंटवारे के वक्त पुराने और नए दोनों चेहरों को तवज्जो दी गई है. जीत के बाद कहा जा रहा है कि पुराने बड़े चेहरे न सिर्फ कैबिनेट में आएंगे बल्कि नए चेहरों को भी मौका दिया जाएगा. कैबिनेट में किसे रखा जाए इसका फैसला भी विधायक दल की बैठक के बाद लिया जाएगा |