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सर्वविदित है पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव की भूमिका

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क

मॉडल स्टेट के रूप में अपनी नई पहचान कायम करते जा रहे राजस्थान में प्रदेश सरकार की जनोन्मुखी और आंचलिक विकासकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की बदौलत हर क्षेत्र और हर वर्ग के उत्थान की धाराओं का प्रवाह तीव्रतर होने लगा है।

हाल के वर्षों में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल और प्रयासों की बदौलत औद्योगिक विकास की दृष्टि से राजस्थान निरन्तर प्रगति पर है। इन्हीं में औद्योगिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ते जा रहे जोधपुर जिले में औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहन तथा उद्योगों को बढ़ावा दिए जाने के सार्थक प्रयास रंग ला रहे हैं।

ईन प्रयासों को आगे बढ़ाने की दृष्टि से जोधपुर संभाग मुख्यालय पर औद्योगिक एवं हस्तशिल्प विधाओं से जुड़े आयोजनों का अहम् योगदान रहा है। इनमें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव की भूमिका सर्वविदित है।

मुख्यमंत्री शुक्रवार को करेंगे शुभारंभ-

इस बार यह आयोजन पूर्व के वर्षों की अपेक्षा और अधिक व्यापकता के साथ हो रहा है। 33वें पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव-2023 का आयोजन 06 से 15 जनवरी तक रावण का चबूतरा मैदान, जोधपुर पर जिला प्रशासन, जिला उद्योग केन्द्र जोधपुर, उद्यम प्रोत्साहन संस्थान, जयपुर तथा नोडल एजेन्सी मरुधरा इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत 6 जनवरी को करेंगे।

इस बार इस उत्सव की मुख्य थीम ‘‘विकासशील राजस्थान – उद्यमशील राजस्थान’’ है। इसे परिलक्षित करते हुए केन्द्रीय पण्डाल में औद्योगिक क्षेत्र में विकसित की गई आधारभूत सुविधाओं एवं क्षेत्र के समग्र औद्योगिक विकास का दिग्दर्शन कराने वाली औद्योगिक परियोजनाओं के मॉडल्स का सुन्दर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही राजस्थान के विकास एवं गांधीवादी विचारधारा प्रदर्शित करने हेतु जीवन्त पैनोरमा आकर्षण का केन्द्र होगा।

उत्तरोत्तर व्यापकता पाता रहा आयोजन-

उत्सव का सूत्रपात 33 वर्ष पूर्व जोधपुर सूचना केन्द्र में एक लघु औद्योगिक प्रदर्शनी के रूप में हुआ। इसके अगले वर्ष पुराने स्टेडियम में इसने उद्योग मेले का स्वरूप पाया। वर्ष 1991 में मात्र 80 स्टॉल्स के साथ प्रारंभ यह उत्सव निरन्तर व्यापकता पाता गया और इस बार उत्सव स्थल पर लगभग 600 स्टॉल्स को 10 आधुनिक होम एवं टेन्टों में राजस्थान के अधिकांश जिलों के अलावा विभिन्न राज्यों यथा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, पश्चिमी बंगाल एवं उत्तराखण्ड आदि के लघु कुटीर औद्योगिक व हस्तशिल्प इकाइयों को अपनी भागीदारी निभाते हुए अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय का लाभ प्राप्त होगा।

उत्सव अपने आप में लघु भारत के उद्योग एवं हस्तशिल्प स्वरूप का प्रतिदर्श बन चुका है। इसमें राजस्थान के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों के हस्तशिल्पी एवं दस्तकार पारम्परिक कलाकृतियों का प्रदर्शन एवं विक्रय करने के लिए इसकी प्रतीक्षा करते हैं।

अबकि बार अलग ही होगा नज़ारा-

उत्सव- 2023 को अधिकाधिक भव्य, शानदार और व्यापक स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए शहर के पुरातन गेट गिरदी कोट की झलक दर्शाता प्रवेश द्वार, घण्टाघर एवं मेहरानगढ़ किले की भव्य प्रतिकृति का निर्माण करवा कर विरासत की यादों को संजोया गया है।
भव्य केन्द्रीय पाण्डाल में जोधपुर एवं पश्चिमी राजस्थान के औद्योगिक उत्पादों एवं हस्तशिल्प उत्पादों की नयनाभिराम प्रदर्शनी के अलावा जोधपुर में स्थापित राष्ट्रीय स्तर के प्रीमियर संस्थानों की गतिविधियों बेहतरीन प्रदर्शन किया जा रहा है।

सिद्धहस्त हस्तशिल्प डिजाईनर श्री अजय शर्मा के निर्देशन में अनुपयोगी सामान से निर्मित सुन्दर ‘हस्तशिल्प उत्पादों के सागर’ थीम पर आधारित प्रदर्शनी पाथ वे का सृजन किया जो हर किसी के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहेगा।

तमाम सरोकारों की झलक-

आजादी के लिए किये गये संघर्ष को प्रदर्शित करने हेतु जीवन्त पैनोरमा का सृजन कर इसके माध्यम से गांधीवादी दर्शन, विचारधारा एवं आजादी के पश्चात राज्य एवं नगर की विशिष्ट उपलब्धियों, परियोजनाओं के प्रदर्शन के साथ ही राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं एवं विशिष्ट उपलब्धियों की प्रदर्शनी भी उत्सव का हिस्सा होगी।

इसके अतिरिक्त केन्द्रीय पाण्डाल के बाहर दस्तकार/हस्तशिल्पी एवं बुनकरों द्वारा अपने हुनर के जीवन्त प्रदर्शन भी किया जायेगा, जिसमें ग्लास आर्ट, बुनकर, टाई एण्ड डाई, टेराकोटा, नारियल, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, शीप बोन, अर्गन पॉट्री के आईटम एवं पेन्टिग निर्माण आदि कलाओं का प्रदर्शन प्रमुख है।

सभी संस्थाओं द्वारा प्रोत्साहन-

उत्सव-2023 के दौरान 10 डोम में 600 स्टॉलों का निर्माण करवाया गया है, जिसमें 15 से अधिक राज्यों के उद्यमी/दस्तकार अपने उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय करेंगे। इसके अलावा केन्द्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा उत्सव में अपने स्टेक होल्डर को विपणन सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

युवाओं में कौशल उन्नयन के प्रति जागरुकता पैदा करने एवं केन्द्र सरकार के कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम की तरफ उन्मुख करने के लिए रोजाना विभिन्न व्यवसायों पर आधारित विशेष सत्रों का आयोजन किया जायेगा। इसमें विषय विशेषज्ञों द्वारा व्यवसाय कौशल की उपयोगिता एवं जीविकोपार्जन में उसके महत्त्व पर जानकारी दी जाएगी।

उत्सव में एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल फॉर हैण्डीक्राफ्ट कलस्टर योजना से लाभान्वित 40 दस्तकारों को विशेष पवेलियन में अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु कौंसिल द्वारा निःशुल्क स्टॉल्स उपलब्ध कराये गए हैं। कृषि विभाग द्वारा आत्मा परियोजना के तहत कृषक संगोष्ठी का आयोजन कर कृषकों को वैज्ञानिक खेती की जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विभिन्न विभागों की ओर से प्रदत्त ऑनलाइन सेवाओं की जानकारी दी जायेगी।

लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान द्वारा उत्सव में भाग लेने वाले पात्र लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमियों को 70 से 100 प्रतिशत तक स्टॉल किरायों के पुनर्भरण की सुविधा प्रदान की जायेगी। नाबार्ड द्वारा उत्सव में महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 स्टॉल्स आवंटित की गई हैं। केन्द्रीय जूट बोर्ड द्वारा 15 दस्तकारों को जूट के आकर्षक उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु स्टॉल आवंटित करने का प्रावधान किया गया है।

विकास आयुक्त हस्तशिल्प द्वारा 25 हस्तशिल्पियों एवं दस्तकारों को उनके उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु स्टॉल आवंटित करने की सहमति प्रदान की है। इसी प्रकार जोधपुर आर्टिजन वेलफेयर प्रोड्युसर कम्पनी लि. ने 50 हस्तशिल्पियों एवं दस्तकारों को उनके उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु स्टॉल आवंटित करने की सहमति दी है। उत्सव के दौरान जीवन्त प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए आयोजन समिति द्वारा लगभग 20 दस्तकारों को कलात्मक सिरकियों से निर्मित स्टॉल निःशुल्क आवंटित की गई हैं।

झरता रहेगा बहुआयामी कार्यक्रमों का रंग-रस-

उत्सव को बहुआयामी स्वरूप प्रदान करते हुए रोजाना सम-सामयिक विषयों पर परिचर्चा, संगोष्ठी, कार्यशालाओं, लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों, विराट कवि सम्मेलन, विद्यार्थियों, युवाओं तभी सभी वर्गों के लिए रुचिकर कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं, पश्चिमी राजस्थान में निवेश की सम्भावनाओं, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, रिप्स, जोधपुर में मेडिकल डिवाइस उद्योगों के विकास की सम्भावनाओं, राज्य की पर्यावरण नीति एवं प्रदूषण नियंत्रण मंडल के पर्यावरण मानकों, प्रदेश की विद्युत एवं अक्षय ऊर्जा नीति, पश्चिमी राजस्थान में सौर ऊर्जा के विकास की सम्भावनाओं, श्रम एवं रोजगार, महिला स्वावलम्बन एवं महिला उद्यमिता, युवाओं के कौशल विकास, उद्यमिता एवं स्टार्टअप, प्रदेश की खनिज नीति एवं पेट्रोलियम उद्योगों के विकास की सम्भावनाओं, प्रदेश की कृषि नीति, कृषि आधारित उत्पादों के मूल्य संवद्र्धन, तकनीकी खेती आदि विषयों पर परिचर्चा, संगोष्ठियों, कार्यशालाओं एवं कार्यक्रमों, लालबहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर स्वतंत्रता सैनानियों तथा स्वामी विवेकानंद जयन्ती पर 1971 की लड़ाई के सैनिकों का सम्मान समारोह, कृषक मेला आदि के आयोजन निर्धारित हैं।

खुलेंगे तरक्की के स्वर्ण द्वार-

जोधपुर का यह औद्योगिक महोत्सव उद्यमियों और हस्तशिल्पियों के साथ ही इनके उत्पादों के कद्रदानों के लिए यादगार अवसर होगा जहाँ आधुनिक जमाने की मांग और परंपरागत हुनर के समन्वय के साथ औद्योगिक विकास की तीव्र प्रगतिकारी माहौल न केवल जोधपुर बल्कि राजस्थान को आर्थिक विकास के साथ ही औद्योगिक तरक्की के लिए सुनहरा आयाम प्रदान करेगा।

 

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