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विष्णु देव साय कैबिनेट को मिले 9 नए मंत्री, राज्यपाल के सामने ग्रहण की शपथ

राजभवन में 11.45 बजे 9 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. अब मंत्रिमंडल की कुल संख्या 12 हो गई है. नेताओं में रामविचार नेताम और केदार कश्यप का नाम भी शामिल है

रायपुर : आज साय मंत्रीमंडल का विस्तार हुआ. 9 बीजेपी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. नए मंत्रियों में बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, दयालदास बघेल, केदार कश्यप, लखन लाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, लक्ष्मी राजवाड़े और टंक राम वर्मा शामिल है।

कैबिनेट में कुल 12 में 6 ओबीसी, 3 आदिवासी, 2 सामान्य और 1 एससी हैं। वहीं एक जगह अब भी खाली है। प्रदेश में 13 सदस्यों का मंत्रिमंडल होता है। सीएम साय के साथ 2 डिप्टी सीएम शपथ ले चुके थे। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री दिल्ली रवाना होंगे और दो दिन वहीं रहेंगे।

बृजमोहन अग्रवाल ने ली मंत्री पद की शपथ

बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद की शपथ ली. बृजमोहन अग्रवाल का जन्म एक मई 1959 को रायपुर में हुआ था. कामर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने एलएलबी की डिग्री भी ली है. अग्रवाल ने मात्र 16 साल की उम्र में ही 1977 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ले ली थी।

वर्ष 1981 और 1982 के दौरान वे छात्रसंघ के अध्यक्ष भी रहे. 1984 में वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने. 1988 से 1990 तक वे भाजयुमो के युवा मंत्री भी रहे. 1990 में वे पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक चुनकर आए. वे राज्य के सबसे युवा एमएलए थे. इसके बाद से 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में वे विधायक चुने गए।

राम विचार नेताम ने ली मंत्री पद की शपथ

राम विचार नेताम ने मंत्री पद की शपथ ली. भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम छठवीं बार विधायक निर्वाचित हुए है। बलरामपुर के ग्राम सनावल निवासी रामविचार नेताम राज्यसभा के सदस्य और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके है। इस बार फिर पार्टी ने रामानुजगंज विधानसभा सीट पर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था।

उन्होंने कांग्रेस के डा. अजय तिर्की को पराजित किया है। नेताम वर्ष 1990 से लगातार छठवीं बार विधायक हैं। वर्ष 2000 से 2002 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, वर्ष 2000 से 2003 तक भाजपा अविभाजित जिला सरगुजा के अध्यक्ष रहे।उनके अध्यक्षीय कार्यकाल में सरगुजा के आठ विधानसभा में से सात सीट जीतकर भाजपा ने 2003 में शानदार प्रदर्शन किया। 2003 से 2005 तक आदिम जाति कल्याण एवं राजस्व मंत्री, 2005 से 2008 तक गृह, जेल एवं सहकारिता मंत्री, 2008 से 2012 तक पंचायत एवं ग्रामीण विकास, विधि विधायी मंत्री, 2012 से 2013 तक जल संसाधन, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री का पद संभाला।

दयालदास बघेल ने ली मंत्री पद की शपथ

दयालदास बघेल ने मंत्री पद की शपथ ली. दयालदास बघेल पुराने चेहरों में से एक है। सतनामी समाज से आने वाले दयालदास बघेल के अलावा इस कम्यूनिटी से और भी दावेदारों की लॉबिंग मंत्री पद के लिए चल रही थी, लेकिन दयालदास बाजी मार गए। दयालदास बघेल ने भूपेश सरकार में मंत्री रहे रुद्र कुमार गुरु को भारी मतों से शिकस्त दी। दयाल एससी समाज से आते हैं। दयालदास पहले भी मंंत्री रह चुके हैं।

दयालदास बघेल का जन्म 1 जुलाई 1954 को अविभाजित दुर्ग जिले के (वर्तमान बेमेतरा जिले) के नवागढ़ ब्लाक के ग्राम कुंरा में 1 जुलाई 1954 को हुआ था। उनके पिता का नाम बसावन बघेल है। उनका विवाह अमला बघेल के साथ हुआ है। उनके दो पुत्र व चार पुत्रियां हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास है। उनका व्यवसाय कृषि है।

केदार कश्यप ने ली मंत्री पद की शपथ

केदार कश्यप ने मंत्री पद की शपथ ली. केदार कश्यप के पिता बलिराम कश्यप बस्तर के सांसद और कद्दावर आदिवासी नेता रहे। उनके बाद उनकी विरासत में केदार कश्यप ने आगे बढ़ाने का काम किया। युवा मोर्चा के सदस्य से शुरू हुआ उनका सफर विधायक, मंत्री और प्रदेश प्रवक्ता तक चलता रहा।

2003 से 2023 तक अपनी सीट से कुल 4 बार चुनाव जीते, जबकि एक बार हार मिली। विपक्ष में रहते सरकार पर आदिवासियों का धर्म बदलवाने का आरोप लगाया। इस चुनाव में बस्तर की 8 सीटों को जितवाने में बड़ी भूमिका निभाई।

लखन लाल देवांगन ने ली मंत्री पद की शपथ

लखन लाल देवांगन ने मंत्री पद की शपथ ली. लखन लाल देवांगन कोरबा जिले की कोरबा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। लखन लाल देवांगन कोरबा से जयसिंह अग्रवाल को 26000 से भी अधिक मतों से चुनाव हराया है। लखन लाल देवांगन पूर्व में कोरबा निगम के महापौर व पड़ोसी कटघोरा विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।

निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले लखनलाल देवांगन के पिता स्वर्गीय तुलसीराम देवांगन सामान्य किसान थे। उनके पिता फुटपाथ पर कपड़े की दुकान चलाते थे। लखनलाल देवांगन भी कोरबा में कपड़े की दुकान चला कर पहली बार पार्षद चुनाव में जीत हासिल की थी। लखन लाल की पत्नी सब्जी व्यवसायी हैं।

ओपी चौधरी ने ली मंत्री पद की शपथ

ओपी चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली. 2 जून 1981 को खरसिया में जन्मे ओपी चौधरी के पिता सरकारी शिक्षक थे ओमप्रकाश केवल 5 साल के थे तब उनके ऊपर से पिता का साया उठ गया था। पिता की मौत के बाद माता की आंचल में ओपी चौधरी पले बढ़े। चौधरी नेअपनी शुरुआती पांचवी क्लास तक की पढ़ाई अपने गांव से की। उसके बाद आठवीं क्लास तक की पढ़ाई उन्होंने जैमुरी शिक्षा स्कूल से की। वही 12वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ने के बाद ओपी चौधरी PET का टेस्ट पास करने में असफल रहे। ओपी का सपना बचपन से ही IAS बनने का था। इसके बाद वह इस की तैयारी के लिए निकल पड़े।‌

लक्ष्मी राजवाड़े ने ली मंत्री पद की शपथ

लक्ष्मी राजवाड़े ने मंत्री पद की शपथ ली. लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा- बीजेपी ने मेरे जैसे छोटे पार्टी कार्यकर्ता को मौका दिया है. मुझे खुशी है कि मैं सिर्फ भटगांव विधानसभा क्षेत्र का ही नहीं बल्कि पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करूंगी. महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जाएगी और पीएम मोदी की गारंटी में सब कुछ संभव है. महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए पार्टी के निर्देशानुसार काम करुंगी.

मैं हमेशा से लोगों की सेवा करना चाहती थी। भारतीय जनता पार्टी संगठन से जुड़ी। साल 2011 में मंडल की कोषाध्यक्ष रही, इसके बाद जनपद सदस्य बनी । जनपद सदस्य के साथ मंडल अध्यक्ष का भी संगठन ने दायित्व दिया। जिला पंचायत सदस्य भी मैं बनी सूरजपुर जिले में । तब मुझे सबसे ज्यादा वोट मिले थे । महिला मोर्चा का जिला अध्यक्ष मुझे बनाया गया था सूरजपुर जिले से।

टंक राम वर्मा ने ली मंत्री पद की शपथ

टंक राम वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली. बलौदा बाजार से टंकराम वर्मा जो पहले केदार कश्यप के पीए रह चुके है आज उन्ही के साथ मंत्री मंडल की शपथ लेंगे. केदार कश्यप से पहले टंक राम वर्मा रमेश बैस के पीए रह चुके है जो अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल है।

संभागवार और वर्गवार मंत्री मंडल के बटवारे को देखा जाए तो सरगुजा संभाग से मुख्यमंत्री के साथ 3 मंत्री बनाए गए है. रायपुर संभाग से 2 मंत्री, दुर्ग संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री,बिलासपुर संभाग से डिप्टी सीएम के साथ 1 मंत्री और बस्तर संभाग से केवल एक मंत्री बनाया गया है. वहीं वर्ग वार की बात करें तो साय कैबिनेट में ओबीसी वर्ग का दबदबा है. 5 ओबीसी वर्ग के नेताओं को मंत्री मंडल में जगह दी गई थी. एसटी से 3 ,जनरल से 3 और एक मंत्री एससी वर्ग से बनाया गया है।

श्याम बिहारी जायसवाल ने ली मंत्री पद की शपथ

श्याम बिहारी जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ ली. साल 2013 में जायसवाल पहली बार महेंद्रगढ़ से विधायक बने। इसके बाद अब 2023 में जनता ने इन्हें विधायक को चुना है। सन 1976 में जन्मे श्याम बिहारी जायसवाल कोरिया जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने एमएससी तक पढ़ाई की है । राइस मिल के पेशे से जुड़े हुए हैं ।

2010 में जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष चुने गए थे । साल 2023 के चुनाव में इन्होंने कांग्रेस के रमेश सिंह को 11880 वोटो से हराकर जीत हासिल की है । मनेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कांग्रेसी नेताओं में ही नाराजगी थी इसका पूरा फायदा श्याम बिहारी जायसवाल को मिला। स्थानीय मुद्दों को लेकर 2018 में चुनाव हारने के बाद से सक्रिय थे और 2023 में जनता ने इन्हें अपना प्रतिनिधित्व दिया।

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