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Wayanad Landslides: कुदरत के कहर से पूरा देश दुखी है, अब तक 130 लोगों की मौत हो चुकी है, सेना मलबे के नीचे जिंदगी तलाशने में जुटी है.

Wayanad Landslides: केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सोमवार देर रात 4 जगहों पर भूस्खलन हुआ. रात 2 बजे से.....

वायनाड, Wayanad Landslides: केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. सोमवार देर रात 4 जगहों पर भूस्खलन हुआ. रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए भूस्खलन में 4 गांवों के पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं. बारिश के बाद भूस्खलन से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है. अभी भी 220 लोग लापता बताए जा रहे हैं. बचाव के लिए सेना, वायुसेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को तैनात किया गया है. मंगलवार को हुई इस घटना से पूरा देश दुखी है. केरल सरकार ने इस घटना में दो दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है।

 Wayanad Landslides: आपको बता दें कि वायनाड में मौसम अभी भी खराब है

मौसम विभाग ने भारी बारिश की वजह से यहां रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसलिए रेस्क्यू टीम को काफी मुश्किल आ रही है। वहीं पीड़ित परिवार मलबे में दबे अपनों की तलाश कर रहे हैं। ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही हैं। मुख्यमंत्री के मुताबिक जिस जगह (मुंडक्कई) पर यह भूस्खलन हुआ, वह उच्च जोखिम वाले आपदा क्षेत्र में आता है और वहां लोग नहीं रहते हैं। वहां से मिट्टी, पत्थर और चट्टानें लुढ़क कर चूरलमाला पर आ गईं, जो भूस्खलन की शुरुआत वाले स्थान से 6 किलोमीटर दूर है। यह कोई संवेदनशील स्थान नहीं है और यहां कई लोग सालों से रह रहे हैं। इसके मद्देनजर यहां बड़ी जनहानि हुई है।

सेना के 200 से अधिक जवान भी रेस्क्यू में जुटे

वायनाड में कुदरत की विनाशलीला का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जहां लैंडस्लाइड हुआ, वहां से करीब 50 किलोमीटर दूर मल्लपुरम के पोथुकल्लू इलाके से 10 शव बरामद किए गए हैं, जो चलियार नदी में बहकर आए थे। रेस्क्यू टीम के मुताबिक, मलबे में अभी और भी लोग दबे हो सकते हैं। सिविल डिफेंस, पुलिस, दमकल विभाग, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के करीब 250 जवान राहत बचाव में जुटे हैं। वहीं, सेना ने 122 इनफैन्ट्री के करीब 225 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। इंडियन एयरफोर्स ने कोयंबटूर के सुलूर एयरबेस से 2 हेलिकॉप्टर भेजे हैं, जो लोगों को लगातार मलबे से निकाल रहे हैं।

5 साल पहले लैंडस्लाइड से हुईं थी 17 मौतें

आपको बता दें कि पांच साल पहले 2019 में भारी बारिश के चलते इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी। जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। इस घटना में 52 घर तबाह हुए थे।

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