हम व्यवस्था में सुधार के लिए आंदोलन कर रहे हैं : करणी सेना
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
भोपाल : राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का महाआंदोलन रविवार को भोपाल के जंबोरी मैदान में आर्थिक आधार पर आरक्षण, जातिगत आरक्षण की पुन: समीक्षा और एट्रोसिटी एक्ट के विरोध सहित अपनी 21 मांगों के समर्थन में जारी है। दिन भर के प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारियों ने रात में भी मोबाइल टॉर्च के सहारे अपना विरोध जारी रखा।
रविवार शाम तक महासम्मेलन में तीन लाख से ज्यादा लोग जुट चुके हैं। करणी सेना परिवार के मुखिया जीवन सिंह शेरपुर समेत 5 कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन दिल्ली के किसान आंदोलन जैसा होगा।
जीवन सिंह ने कहा है कि 5 लोग ही अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने बताया कि जो भी जाना चाहता है खुशी-खुशी जा सकता है, लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की हिंसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। करणी सेना के विरोध के चलते भेल के आसपास की सड़कों पर जाम लग गया। भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने जंबोरी मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया।
करणी सेना के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने चेतावनी दी कि सरकार जातिगत आरक्षण खत्म करे, नहीं तो हम राजनीति में आने से परहेज नहीं करेंगे। हम व्यवस्था में सुधार के लिए आंदोलन कर रहे हैं। सवर्ण और पिछड़ा वर्ग हमारे साथ है। हम सब मिलकर टेबल को पलट देंगे। करणी सेना आर्थिक आधार पर आरक्षण, जातिगत आरक्षण की फिर से समीक्षा और एट्रोसिटी एक्ट के दुरूपयोग के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रही है। संगठन की मांगों को लेकर जीवन सिंह शेरपुर ने भूख हड़ताल शुरू की। उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि अगर सरकार ने मांगें नहीं मानी तो वह विधानसभा का घेराव करेंगे। हालांकि प्रशासन की अपील पर उन्होंने इस फैसले को टाल दिया। करणी सेना परिवार व सर्व समाज ने विधानसभा का घेराव नहीं करने का निर्णय लिया। हालांकि,
महासम्मेलन में इंदौर, रतलाम, मंदसौर समेत कई जिलों सहित पड़ोसी राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से लोग पहुंचे हैं और यह सिलसिला जारी है। प्रशासन का कहना है कि एक दिन के प्रदर्शन की अनुमति है। शाम तक प्रदर्शनकारी लौट जाएंगे। वहीं धरना दे रहे लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वे यहां धरना-प्रदर्शन करेंगे। हालांकि जीवन सिंह शेरपुर ने कहा है कि हम आंदोलन को लंबा नहीं खींचेंगे।
करणी सेना के प्रतिनिधिमंडल से बात करने पहुंचे एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा ने शेरपुर को बताया कि राज्य सरकार का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए आने को तैयार है. इस पर शेरपुर ने कहा कि हमें आश्वासन नहीं चाहिए, लिखित में आदेश चाहिए। उन्होंने कहा कि जो मंत्री उनकी मांगों को पूरा कर उन्हें लागू कर सकते हैं, वे यहां आएं या खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आना होगा। शेरपुर के मुताबिक, हमें आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहिए।