किसानों के लिए फायदेमंद है ड्रोन
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
राजस्थान सरकार द्वारा एग्रीकल्चर में ड्रोन के इस्तेमाल पर फोकस किया जा रहा है। इसके जरिए सरकार खेती को हाईटेक बनाना चाहती है। ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों के समय की बचत होगी और लागत में भी कमी आएगी। साथ ही वे कैंसर जैसे रोग का शिकार होने से भी बचेंगे।
पाली जिले में आयोजित हो रही जंबूरी में मॉडल स्टेट राजस्थान विकास प्रदर्शनी में एग्रीकल्चर में काम आने वाले ड्रोन को प्रदर्शित किया और खेती के दौरान इसके उपयोग के बारे में बताया गया। इस ड्रोन से खेतों में खड़ी फसल में कीटनाशक का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है। ड्रोन टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के शामिल होने से फसल की मॉनिटरिंग और न्यूट्रियंट मैनेजमेंट भी किया जाता है। इससे किसानों का समय बचेगा और वे कैंसर जैसी घातक बीमारी की चपेट में आने से बचे रहेंगे।
किसान 350 हैक्टयर के आधर पर ड्रोन ले सकेंगे किराय पर-
झालावाड़ा की विजरोल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी कृषि में काम आने वाले ड्रोन बना रही है। पाली में आयोजित जंबूरी में जो ड्रोन दिखाया गया उसकी कीमत 6 लाख रुपए है। जो किसान इसे खरीद न सकते उन्हें वो किसान 350 रुपए प्रति हेक्टयेर के हिसाब ड्रोन किराय से ले सकते है।
कई देशों में खेती के लिए किया जा रहा हे। ड्रोन का इस्तेमाल-
आज अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इजराइल समेत कई देशों में खेती के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज ड्रोन बनाने वाली कई इंटरनेशल कंपनियां है जो एग्री ड्रोन में तेजी से इन्वेस्ट कर रही है। ऐसा लगता है कि आने वाले समय खेतों के लिए ड्रोन की डिमांड काफी बढ़ेगी।
ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग के लिए करीब 40 स्कूल-
देश भर में ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग देने वाले करीब 40 स्कूल है जो डायरेक्ट्रेर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की ओर से अप्रूव्ड है। अब ड्रोन की बढ़ती हुई डिमांड को देखते हुए कई और स्कूल खोले जा रहे हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय भारत स्काउट गाइड की 18 वीं जम्बूरी में मॉडल स्टेट राजस्थान विकास प्रदर्शनी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। विकास प्रदर्शनी में सरकारी योजनाओं में आमजन लांभन्वित हो सकें और इसका लाभ ले सके इसकें लिए वर्ष 2023 का जनकल्याणकारी योजनाओं का समावेश कर कलैण्डर तीन दिन में लगभग 45 हजार लोगों को वितरित किया जा चुका है।
शहरगढ़ से विकास प्रदर्शनी देखने आई लीला चौधरी का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा बांटे जा रहे कैलेंडर से आम नागरिकों को न सिर्फ त्यौहारों की जानकारी मिल रही है बल्कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी मिल रही है। उन्होंने राज्य सरकार का इसके लिए आभार प्रकट किया।