धार में 1 जुलाई से शिक्षकों की होगी ई-अटेंडेंस:लेट आने पर कटेगी सैलरी; सार्थक पोर्टल से होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
धार में 1 जुलाई से शिक्षकों की होगी ई-अटेंडेंस:लेट आने पर कटेगी सैलरी; सार्थक पोर्टल से होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर नई व्यवस्था लागू की गई है। अब शिक्षकों को स्कूल समय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा। जिले के लगभग साढ़े 14 हजार शिक्षकों को सार्थक पोर्टल पर ई-अटेंडेंस दर्ज करनी होगी। पहले शिक्षक स्कूल के रजिस्टर में ऑफलाइन हाजिरी लगाते थे। इससे कई शिक्षक देर से आकर भी पूरे दिन की उपस्थिति दर्ज कर लेते थे। समय पर उपस्थित नहीं होने पर कटेगी सैलरी
नई व्यवस्था में शिक्षकों को स्कूल समय के दौरान उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। समय पर उपस्थित नहीं होने पर वेतन में कटौती की जाएगी। इस नई व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के लिए ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मोबाइल से ऑनलाइन दर्ज होगी उपस्थिति
दरअसल भोपाल के लोक संचानायालय ने शिक्षकों की उपस्थिति को सार्थक पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं, जिसका पालन नवीन शिक्षा सत्र में एक जुलाई से होना है। इसके तहत शिक्षकों को स्कूल पहुंचने पर मोबाइल से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना होगी। इससे शिक्षकों की उपस्थित को सही से मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी। स्वास्थ्य विभाग में समस्त अधिकारी और फील्ड में रहने वाले कर्मचारियों की उपस्थित सार्थक पोर्टल पर ही दर्ज हो रही है। कर्मचारियों ने भोपाल पहुंचकर ली ट्रेनिंग
डीपीसी प्रदीप खरे ने बताया कि जिले में सार्थक पोर्टल पर शिक्षकों की उपस्थिति का प्रयोग पहली बार होगा। विभाग के दो कर्मचारियों ने भोपाल पहुंचकर प्रशिक्षण लिया है। वहीं अब जून में जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। फिलहाल सभी ब्लॉक स्तर पर बीआरसी की आईडी और पासवर्ड बना दिए हैं। जिन पर उन्हें अपने ब्लॉक के शिक्षकों को जोडने के साथ उनका रजिस्ट्रेशन करना है। ये प्रक्रिया जून में पूरी करना है। वहीं एक जुलाई से ई-अटेंडेंस व्यवस्था लागू करने के निर्देश हैं। शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन कराएं
डीपीसी प्रदीप खरे का कहना है कि सार्थक ऐप से शिक्षकों की ई-अटेंडेंस के संबंध में विभाग से आदेश मालक विभाग के दो कर्मचारी भोपाल से प्रशिक्षण लेकर लौटे हैं। सभी बीआरसी को भी निर्देश दिए हैं कि वो शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन कराएं। इसे एक जुलाई से लागू कियाजाएगा। जिले में कुल 4,186 सरकारी स्कूल हैं
इनमें सबसे ज्यादा 3,023 प्राथमिक स्कूल, 861 मिडिल स्कूल, 160 हाई स्कूल, 142 हायर सेकेंडरी स्कूल। इन सभी स्कूलों में कुल 14 हजार 500 शिक्षक कार्यरत हैं, जिन्हें अब सार्थक पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर नई व्यवस्था लागू की गई है। अब शिक्षकों को स्कूल समय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा। जिले के लगभग साढ़े 14 हजार शिक्षकों को सार्थक पोर्टल पर ई-अटेंडेंस दर्ज करनी होगी। पहले शिक्षक स्कूल के रजिस्टर में ऑफलाइन हाजिरी लगाते थे। इससे कई शिक्षक देर से आकर भी पूरे दिन की उपस्थिति दर्ज कर लेते थे। समय पर उपस्थित नहीं होने पर कटेगी सैलरी
नई व्यवस्था में शिक्षकों को स्कूल समय के दौरान उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। समय पर उपस्थित नहीं होने पर वेतन में कटौती की जाएगी। इस नई व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के लिए ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मोबाइल से ऑनलाइन दर्ज होगी उपस्थिति
दरअसल भोपाल के लोक संचानायालय ने शिक्षकों की उपस्थिति को सार्थक पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं, जिसका पालन नवीन शिक्षा सत्र में एक जुलाई से होना है। इसके तहत शिक्षकों को स्कूल पहुंचने पर मोबाइल से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना होगी। इससे शिक्षकों की उपस्थित को सही से मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी। स्वास्थ्य विभाग में समस्त अधिकारी और फील्ड में रहने वाले कर्मचारियों की उपस्थित सार्थक पोर्टल पर ही दर्ज हो रही है। कर्मचारियों ने भोपाल पहुंचकर ली ट्रेनिंग
डीपीसी प्रदीप खरे ने बताया कि जिले में सार्थक पोर्टल पर शिक्षकों की उपस्थिति का प्रयोग पहली बार होगा। विभाग के दो कर्मचारियों ने भोपाल पहुंचकर प्रशिक्षण लिया है। वहीं अब जून में जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। फिलहाल सभी ब्लॉक स्तर पर बीआरसी की आईडी और पासवर्ड बना दिए हैं। जिन पर उन्हें अपने ब्लॉक के शिक्षकों को जोडने के साथ उनका रजिस्ट्रेशन करना है। ये प्रक्रिया जून में पूरी करना है। वहीं एक जुलाई से ई-अटेंडेंस व्यवस्था लागू करने के निर्देश हैं। शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन कराएं
डीपीसी प्रदीप खरे का कहना है कि सार्थक ऐप से शिक्षकों की ई-अटेंडेंस के संबंध में विभाग से आदेश मालक विभाग के दो कर्मचारी भोपाल से प्रशिक्षण लेकर लौटे हैं। सभी बीआरसी को भी निर्देश दिए हैं कि वो शिक्षकों के रजिस्ट्रेशन कराएं। इसे एक जुलाई से लागू कियाजाएगा। जिले में कुल 4,186 सरकारी स्कूल हैं
इनमें सबसे ज्यादा 3,023 प्राथमिक स्कूल, 861 मिडिल स्कूल, 160 हाई स्कूल, 142 हायर सेकेंडरी स्कूल। इन सभी स्कूलों में कुल 14 हजार 500 शिक्षक कार्यरत हैं, जिन्हें अब सार्थक पोर्टल पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी।