अमेरिका में अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून के लोगों को मिला ये ख़ास दर्जा होगा ख़त्म
अमेरिका में अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून के लोगों को मिला ये ख़ास दर्जा होगा ख़त्म
इमेज कैप्शन,टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस उन देशों के नागरिकों को दिया जाता है, जो सशस्त्र संघर्ष या पर्यावरणीय आपदाओं जैसी परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं.
अमेरिका में अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून के हज़ारों लोगों को मिला टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (टीपीएस) यानी अस्थायी संरक्षण का दर्जा ख़त्म होने वाला है.
ये जानकारी अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) ने दी है.
डीएचएस ने कहा है कि हज़ारों अफ़ग़ान और कैमरून के लोगों की अस्थायी निर्वासन सुरक्षा समाप्त कर दी जाएगी.
डीएचएस एसिस्टेंट सेक्रेटरी ट्रेसिया मैकलॉगलिन के एक बयान के अनुसार, होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून में जो हालात हैं, उसके आधार पर ये फ़ैसला किया है.
ऐसा अनुमान है कि टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (टीपीएस) के लिए पात्र 14,600 अफ़ग़ान लोग अब मई में इस स्टेटस को खोने वाले हैं. वहीं कैमरून के लगभग 7,900 लोगों को दिया गया ये दर्जा जून में ख़त्म हो जाएगा.
ये दर्जा उन देशों के नागरिकों को दिया जाता है, जो सशस्त्र संघर्ष या पर्यावरणीय आपदाओं जैसी परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, जिससे उनके लिए अपने देश लौटना असुरक्षित हो जाता है.
यह दर्जा आमतौर पर 18 महीने तक रहता है, इसे होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी द्वारा रिन्यू किया जा सकता है. इससे निर्वासन से सुरक्षा और वर्क परमिट पाने में मदद मिलती है.(bbc.com/hindi)
इमेज कैप्शन,टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस उन देशों के नागरिकों को दिया जाता है, जो सशस्त्र संघर्ष या पर्यावरणीय आपदाओं जैसी परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं.
अमेरिका में अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून के हज़ारों लोगों को मिला टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (टीपीएस) यानी अस्थायी संरक्षण का दर्जा ख़त्म होने वाला है.
ये जानकारी अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) ने दी है.
डीएचएस ने कहा है कि हज़ारों अफ़ग़ान और कैमरून के लोगों की अस्थायी निर्वासन सुरक्षा समाप्त कर दी जाएगी.
डीएचएस एसिस्टेंट सेक्रेटरी ट्रेसिया मैकलॉगलिन के एक बयान के अनुसार, होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने अफ़ग़ानिस्तान और कैमरून में जो हालात हैं, उसके आधार पर ये फ़ैसला किया है.
ऐसा अनुमान है कि टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (टीपीएस) के लिए पात्र 14,600 अफ़ग़ान लोग अब मई में इस स्टेटस को खोने वाले हैं. वहीं कैमरून के लगभग 7,900 लोगों को दिया गया ये दर्जा जून में ख़त्म हो जाएगा.
ये दर्जा उन देशों के नागरिकों को दिया जाता है, जो सशस्त्र संघर्ष या पर्यावरणीय आपदाओं जैसी परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, जिससे उनके लिए अपने देश लौटना असुरक्षित हो जाता है.
यह दर्जा आमतौर पर 18 महीने तक रहता है, इसे होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी द्वारा रिन्यू किया जा सकता है. इससे निर्वासन से सुरक्षा और वर्क परमिट पाने में मदद मिलती है.(bbc.com/hindi)