इस पूरे सीजन कैचिंग हमारी बड़ी समस्या रही है : फ्लेमिंग

मुल्लांपुर, 9 अप्रैल । आईपीएल 2025 में मंगलवार को पंजाब किंग्स के हाथों मिली हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने बल्लेबाजी में सुधार की बात कही लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम ने फील्डिंग में संतोषजनक प्रदर्शन नहीं किया और इसके साथ ही गेंदबाज भी सटीकता के साथ गेंदबाजी करने में नाकाम रहे। इस सीजन पांच मुकाबलों में पहली बार उनकी सलामी जोड़ी पावरप्ले तक टिके रहने में सफल हुई और 220 के लक्ष्य का पीछा करते हुए डेवोन कॉन्वे और रचिन रवींद्र ने मिलकर 6.3 ओवर में 61 रन जोड़े। हालांकि ऋतुराज गायकवाड़ के सस्ते में आउट होने के बाद चेन्नई की रफ्तार धीमी पड़ी और अंतिम चार ओवर में आवश्यक रन रेट 17 तक पहुंच गया। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए एम एस धोनी ने तीन छक्कों की मदद से 12 गेंदों पर 27 रन बनाए लेकिन चेन्नई 18 रन से पीछे रह गई। फ्लेमिंग ने कहा, इस मैच से हमारे लिए सकारात्मक बात यह है कि हमने बेहतर बल्लेबाजी की। शीर्ष क्रम से रन आए जो कि पहले के मुकाबलों में नहीं आ पाए थे। हम मध्य के ओवरों में रन रेट को बरकरार नहीं रख पाए जिसके चलते अंतिम के ओवरों में लक्ष्य हासिल करने के लिए काफी रन बनाने थे। लेकिन हम मुकाबले में काफी देर तक बने रहे जो कि सकारात्मक पहलू है।

इस पूरे सीजन कैचिंग हमारी बड़ी समस्या रही है : फ्लेमिंग
मुल्लांपुर, 9 अप्रैल । आईपीएल 2025 में मंगलवार को पंजाब किंग्स के हाथों मिली हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने बल्लेबाजी में सुधार की बात कही लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम ने फील्डिंग में संतोषजनक प्रदर्शन नहीं किया और इसके साथ ही गेंदबाज भी सटीकता के साथ गेंदबाजी करने में नाकाम रहे। इस सीजन पांच मुकाबलों में पहली बार उनकी सलामी जोड़ी पावरप्ले तक टिके रहने में सफल हुई और 220 के लक्ष्य का पीछा करते हुए डेवोन कॉन्वे और रचिन रवींद्र ने मिलकर 6.3 ओवर में 61 रन जोड़े। हालांकि ऋतुराज गायकवाड़ के सस्ते में आउट होने के बाद चेन्नई की रफ्तार धीमी पड़ी और अंतिम चार ओवर में आवश्यक रन रेट 17 तक पहुंच गया। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए एम एस धोनी ने तीन छक्कों की मदद से 12 गेंदों पर 27 रन बनाए लेकिन चेन्नई 18 रन से पीछे रह गई। फ्लेमिंग ने कहा, इस मैच से हमारे लिए सकारात्मक बात यह है कि हमने बेहतर बल्लेबाजी की। शीर्ष क्रम से रन आए जो कि पहले के मुकाबलों में नहीं आ पाए थे। हम मध्य के ओवरों में रन रेट को बरकरार नहीं रख पाए जिसके चलते अंतिम के ओवरों में लक्ष्य हासिल करने के लिए काफी रन बनाने थे। लेकिन हम मुकाबले में काफी देर तक बने रहे जो कि सकारात्मक पहलू है।