नए बस स्टैंड का निर्माण अटका:MPRTC से यात्री प्रतीक्षालय हटाने की नहीं मिली मंजूरी, दो साल से काम ठप
नए बस स्टैंड का निर्माण अटका:MPRTC से यात्री प्रतीक्षालय हटाने की नहीं मिली मंजूरी, दो साल से काम ठप
शहर की बढ़ती आबादी की जरूरतों को देखते हुए नए बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन पिछले दो सालों से निर्माण कार्य रुका हुआ है। नगर पालिका द्वारा नियुक्त निर्माण एजेंसी ने दो साल पहले काम शुरू किया था। अब तक मात्र 50 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है। निर्माण कार्य रुकने का मुख्य कारण एमपीआरटीसी से वर्तमान यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति का न मिलना है। नगर पालिका ने निर्माण शुरू करने से पहले एक बड़ी चूक की। कुल 0.9 हेक्टेयर में बनने वाले बस स्टैंड के लिए 0.5 हेक्टेयर पुलिस लाइन की जमीन पर तो निर्माण की अनुमति ले ली। लेकिन 0.3 हेक्टेयर पर स्थित एमपीआरटीसी के वर्तमान यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति नहीं ली गई। नगर पालिका लगातार एमपीआरटीसी भोपाल से पत्राचार कर रही है। हाल ही में एक अंतिम स्मरण पत्र भी भेजा गया। इसके बावजूद अभी तक यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति नहीं मिली है। 9 करोड़ की लागत दरअसल नवीन बस स्टैंड के निर्माण के लिए शासन स्तर से नौ करोड़ का बजट रखा गया है। इसमें एक साल की समय सीमा में कार्य को पूरा करने का लक्ष्य दिया। 10 मई 2023 को भूमिपूजन करने के बाद पुलिस लाइन की जमीन पर दुकानें बनाने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद नपा का अनुमति की याद आई। इसमें बस स्टैंड के साथ यात्री प्रतिक्षालय सहित 32 दुकानों का निर्माण भी किया जाना है। अभी एक हिस्से में 16 दुकानें बनी है। जबकि स्टैंड के लिए सेंटर में जमीन तल के साथ ही प्रथम तल पर कॉलम खड़े कर निर्माण हो रहा था, जो अभी अधूरा पड़ा है। वहीं धार सीएमओ विकास डावर का कहना है कि संबंधित निर्माण एजेंसी को बस स्टैंड का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, देरी होने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
शहर की बढ़ती आबादी की जरूरतों को देखते हुए नए बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन पिछले दो सालों से निर्माण कार्य रुका हुआ है। नगर पालिका द्वारा नियुक्त निर्माण एजेंसी ने दो साल पहले काम शुरू किया था। अब तक मात्र 50 प्रतिशत कार्य ही पूरा हो पाया है। निर्माण कार्य रुकने का मुख्य कारण एमपीआरटीसी से वर्तमान यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति का न मिलना है। नगर पालिका ने निर्माण शुरू करने से पहले एक बड़ी चूक की। कुल 0.9 हेक्टेयर में बनने वाले बस स्टैंड के लिए 0.5 हेक्टेयर पुलिस लाइन की जमीन पर तो निर्माण की अनुमति ले ली। लेकिन 0.3 हेक्टेयर पर स्थित एमपीआरटीसी के वर्तमान यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति नहीं ली गई। नगर पालिका लगातार एमपीआरटीसी भोपाल से पत्राचार कर रही है। हाल ही में एक अंतिम स्मरण पत्र भी भेजा गया। इसके बावजूद अभी तक यात्री प्रतीक्षालय को हटाने की अनुमति नहीं मिली है। 9 करोड़ की लागत दरअसल नवीन बस स्टैंड के निर्माण के लिए शासन स्तर से नौ करोड़ का बजट रखा गया है। इसमें एक साल की समय सीमा में कार्य को पूरा करने का लक्ष्य दिया। 10 मई 2023 को भूमिपूजन करने के बाद पुलिस लाइन की जमीन पर दुकानें बनाने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद नपा का अनुमति की याद आई। इसमें बस स्टैंड के साथ यात्री प्रतिक्षालय सहित 32 दुकानों का निर्माण भी किया जाना है। अभी एक हिस्से में 16 दुकानें बनी है। जबकि स्टैंड के लिए सेंटर में जमीन तल के साथ ही प्रथम तल पर कॉलम खड़े कर निर्माण हो रहा था, जो अभी अधूरा पड़ा है। वहीं धार सीएमओ विकास डावर का कहना है कि संबंधित निर्माण एजेंसी को बस स्टैंड का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, देरी होने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।