इसराइल ने माना - उसके सैनिकों की गोली से हुई थी यूएन कर्मचारी की मौत
इसराइल ने माना - उसके सैनिकों की गोली से हुई थी यूएन कर्मचारी की मौत
इसराइली सेना ने माना है कि उसने पिछले महीने ग़ज़ा पट्टी में एक संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी की टैंक से चलाई हई गोली से मौत हुई थी.
पहले उसने इस हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया था, लेकिन अब स्वीकार किया है कि यह हमला उन्हीं की ओर से हुआ था.
दीर-अल-बलाह में 19 मार्च को संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हमला किए जाने के कारण एक संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी की मौत हो जाने के बाद, इसराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा था कि उसने उस जगह पर कोई हमला नहीं किया था.
लेकिन गुरुवार को आईडीएफ ने कहा कि घटना की शुरुआती जांच से पता चला है कि उसके सैनिकों ने उस इमारत को गलती से दुश्मन की मौजूदगी वाला समझ लिया था और इसी वजह से उन्होंने हमला किया, जिसमें यूएन कर्मचारी की मौत हो गई.
आईडीएफ ने एक बयान में कहा, इमारत पर हमला दुश्मन की मौजूदगी के अनुमान के कारण किया गया था और हमारी सेनाओं ने इसे संयुक्त राष्ट्र की इमारत के रूप में नहीं पहचाना था.
वहीं इस हफ़्ते के शुरुआत में आईडीएफ ने कहा था कि पिछले महीने ग़ज़ा में इमरजेंसी सेवा के 15 आपातकालीन कर्मचारियों की मौत ग़लतफहमी की वजह से हुई थी.(bbc.com/hindi)
इसराइली सेना ने माना है कि उसने पिछले महीने ग़ज़ा पट्टी में एक संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी की टैंक से चलाई हई गोली से मौत हुई थी.
पहले उसने इस हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया था, लेकिन अब स्वीकार किया है कि यह हमला उन्हीं की ओर से हुआ था.
दीर-अल-बलाह में 19 मार्च को संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हमला किए जाने के कारण एक संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी की मौत हो जाने के बाद, इसराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा था कि उसने उस जगह पर कोई हमला नहीं किया था.
लेकिन गुरुवार को आईडीएफ ने कहा कि घटना की शुरुआती जांच से पता चला है कि उसके सैनिकों ने उस इमारत को गलती से दुश्मन की मौजूदगी वाला समझ लिया था और इसी वजह से उन्होंने हमला किया, जिसमें यूएन कर्मचारी की मौत हो गई.
आईडीएफ ने एक बयान में कहा, इमारत पर हमला दुश्मन की मौजूदगी के अनुमान के कारण किया गया था और हमारी सेनाओं ने इसे संयुक्त राष्ट्र की इमारत के रूप में नहीं पहचाना था.
वहीं इस हफ़्ते के शुरुआत में आईडीएफ ने कहा था कि पिछले महीने ग़ज़ा में इमरजेंसी सेवा के 15 आपातकालीन कर्मचारियों की मौत ग़लतफहमी की वजह से हुई थी.(bbc.com/hindi)