ग्यारसपुर में मिली भगवान बुद्ध की दुर्लभ प्रतिमा:भंते शाक्यपुत्र ने आर्कियोलॉजिस्ट और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, पुरातात्विक उत्खनन और संरक्षण की मांग
ग्यारसपुर में मिली भगवान बुद्ध की दुर्लभ प्रतिमा:भंते शाक्यपुत्र ने आर्कियोलॉजिस्ट और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, पुरातात्विक उत्खनन और संरक्षण की मांग
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्यारसपुर में हाल ही में हुई खुदाई के दौरान भगवान बुद्ध की 5 फीट ऊंची दुर्लभ प्रतिमा मिली है। दी बुद्धभूमि धम्मदूत संघ के अध्यक्ष भंते शाक्यपुत्र सागर थेरो ने इस मामले में पहल की है। उन्होंने ASI के सुपरिंटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट डॉ. मनोज कुमार कुर्मी और विदिशा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इसमें ग्यारसपुर में तत्काल पुरातात्विक उत्खनन और संरक्षण कार्य शुरू करने की मांग की गई है। यह खोज भारतीय संस्कृति और पुरातत्व के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस क्षेत्र में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म के अवशेष एक साथ मिले हैं। इससे पता चलता है कि प्राचीन काल में यह एक समृद्ध बौद्ध केंद्र था। बता दें कि ग्यारसपुर का इतिहास बेहद समृद्ध है। यहां पहले भी प्राचीन मंदिर, तोरणद्वार, स्तूप और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं मिल चुकी हैं।
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्यारसपुर में हाल ही में हुई खुदाई के दौरान भगवान बुद्ध की 5 फीट ऊंची दुर्लभ प्रतिमा मिली है। दी बुद्धभूमि धम्मदूत संघ के अध्यक्ष भंते शाक्यपुत्र सागर थेरो ने इस मामले में पहल की है। उन्होंने ASI के सुपरिंटेंडिंग आर्कियोलॉजिस्ट डॉ. मनोज कुमार कुर्मी और विदिशा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इसमें ग्यारसपुर में तत्काल पुरातात्विक उत्खनन और संरक्षण कार्य शुरू करने की मांग की गई है। यह खोज भारतीय संस्कृति और पुरातत्व के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस क्षेत्र में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्म के अवशेष एक साथ मिले हैं। इससे पता चलता है कि प्राचीन काल में यह एक समृद्ध बौद्ध केंद्र था। बता दें कि ग्यारसपुर का इतिहास बेहद समृद्ध है। यहां पहले भी प्राचीन मंदिर, तोरणद्वार, स्तूप और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं मिल चुकी हैं।