मिचकुरिन जंगल में लगी आग:सतना में 3 हेक्टेयर जंगल जला, फायर ब्लोअर से 3 घंटे में पाया काबू

सतना के मिचकुरिन जंगल में शनिवार दोपहर करीब 2 बजे भीषण आग लग गई, जिससे तीन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र जल गया। आग इतनी तेजी से फैली कि सैकड़ों पेड़-पौधे नष्ट हो गए। वन विभाग की टीम ने फायर ब्लोअर और अन्य संसाधनों की मदद से तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद बुझी आग मझगवां वन रेंज के अंतर्गत आने वाले इस जंगल में आग की सूचना मिलते ही रेंजर पंकज दुबे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभाग ने तत्काल फायर ब्लोअर, झाड़ियों की कटाई और अन्य संसाधनों का उपयोग कर आग को फैलने से रोका। आग लगने का कारण अज्ञात, सूखी घास बनी खतरा वन विभाग के अनुसार, जंगल में इस समय बड़ी मात्रा में सूखी घास मौजूद है, जो बारूद की तरह काम कर रही है। थोड़ी सी चिंगारी भी तेजी से आग का रूप ले लेती है और हवा के चलते यह विकराल हो जाती है। इससे वन विभाग के कर्मचारियों और आसपास के गांवों के लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

मिचकुरिन जंगल में लगी आग:सतना में 3 हेक्टेयर जंगल जला, फायर ब्लोअर से 3 घंटे में पाया काबू
सतना के मिचकुरिन जंगल में शनिवार दोपहर करीब 2 बजे भीषण आग लग गई, जिससे तीन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र जल गया। आग इतनी तेजी से फैली कि सैकड़ों पेड़-पौधे नष्ट हो गए। वन विभाग की टीम ने फायर ब्लोअर और अन्य संसाधनों की मदद से तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद बुझी आग मझगवां वन रेंज के अंतर्गत आने वाले इस जंगल में आग की सूचना मिलते ही रेंजर पंकज दुबे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभाग ने तत्काल फायर ब्लोअर, झाड़ियों की कटाई और अन्य संसाधनों का उपयोग कर आग को फैलने से रोका। आग लगने का कारण अज्ञात, सूखी घास बनी खतरा वन विभाग के अनुसार, जंगल में इस समय बड़ी मात्रा में सूखी घास मौजूद है, जो बारूद की तरह काम कर रही है। थोड़ी सी चिंगारी भी तेजी से आग का रूप ले लेती है और हवा के चलते यह विकराल हो जाती है। इससे वन विभाग के कर्मचारियों और आसपास के गांवों के लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।