इंदौर मेट्रो रूट पर ताई की चिंता, लिखा पत्र:पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा- पूरी तरह भूमिगत न हो, सामूहिक मंथन करें

इंदौर की 8 बार की सांसद और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इंदौर के सांसद, सभी विधायकों और महापौर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि महीने में कम से कम एक या दो बार विधायक, सांसद, महापौर मिलकर मेट्रो प्रोजेक्ट पर विचार-विमर्श करें। मेट्रो को पूरी तरह भूमिगत नहीं किया जाए। कनाडिया के टर्निंग पर रोड के बीच से ऊपर से जा सकती है। सुभाष मार्ग होते हुए यह भूमिगत जा सकती है या फिर पत्रकार कॉलोनी, पलासिया, गोविंदराम सेकसरिया कॉलेज के सामने भूमिगत होते हुए ले जाया जा सकता है। बता दें कि पूर्व लोकसभा स्पीकर सूमित्रा महाजन ने यह पत्र 28 अप्रैल को लिखा था जो की अब सामने आया है। सुमित्रा महाजन ने पत्र में लिखा है कि मैंने पहले भी एक बार पत्र लिखकर निवेदन किया था कि कम से कम महीने में 1 या 2 बार सभी विधायक, सांसद, महापौर पार्टी कार्यालय या कहीं भी एकत्र होकर बैठ विचार-विमर्श करें, शायद आप बैठते भी होंगे। वहीं पत्रकार कॉलोनी के बाद मेट्रो को पलासिया पर भूमिगत किया जा सकता है। इसके बाद नाले के पास से होते हुए 56 दुकान के पीछे बगीचे तक ले जाकर, फिर उसे रोड के बीच से होते हुए अभय प्रसाल से इंजीनियरिंग कॉलेज या स्टेशन तक ऊपर से ले जाया जा सकता है। स्टेशन से आगे मेट्रो को साइड से राजकुमार ब्रिज के ऊपर से और फिर VIP रोड से होकर ले जाना संभव है। बाद में 100 फीट रोड पर इसे भूमिगत कर एयरपोर्ट तक भी पहुंचाया जा सकता है। इस पूरे रास्ते का एक बार स्वयं जाकर निरीक्षण करना चाहिए। एक अन्य विकल्प यह भी है कि स्टेशन से आगे मेट्रो को सुभाष मार्ग से होते हुए भूमिगत ले जाया जाए, या पत्रकार कॉलोनी, पलासिया और गोविंदराम सेकसरिया कॉलेज के सामने से भी भूमिगत रास्ता निकाला जा सकता है। वर्तमान प्रस्तावित मार्ग एमजी रोड से होकर गुजरता है, जहां घनी आबादी है और कई ऐतिहासिक धरोहरें भी हैं, जिन्हें नुकसान हो सकता है। उम्मीद है कि शहर के हितों को प्राथमिकता देते हुए इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।

इंदौर मेट्रो रूट पर ताई की चिंता, लिखा पत्र:पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा- पूरी तरह भूमिगत न हो, सामूहिक मंथन करें
इंदौर की 8 बार की सांसद और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इंदौर के सांसद, सभी विधायकों और महापौर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि महीने में कम से कम एक या दो बार विधायक, सांसद, महापौर मिलकर मेट्रो प्रोजेक्ट पर विचार-विमर्श करें। मेट्रो को पूरी तरह भूमिगत नहीं किया जाए। कनाडिया के टर्निंग पर रोड के बीच से ऊपर से जा सकती है। सुभाष मार्ग होते हुए यह भूमिगत जा सकती है या फिर पत्रकार कॉलोनी, पलासिया, गोविंदराम सेकसरिया कॉलेज के सामने भूमिगत होते हुए ले जाया जा सकता है। बता दें कि पूर्व लोकसभा स्पीकर सूमित्रा महाजन ने यह पत्र 28 अप्रैल को लिखा था जो की अब सामने आया है। सुमित्रा महाजन ने पत्र में लिखा है कि मैंने पहले भी एक बार पत्र लिखकर निवेदन किया था कि कम से कम महीने में 1 या 2 बार सभी विधायक, सांसद, महापौर पार्टी कार्यालय या कहीं भी एकत्र होकर बैठ विचार-विमर्श करें, शायद आप बैठते भी होंगे। वहीं पत्रकार कॉलोनी के बाद मेट्रो को पलासिया पर भूमिगत किया जा सकता है। इसके बाद नाले के पास से होते हुए 56 दुकान के पीछे बगीचे तक ले जाकर, फिर उसे रोड के बीच से होते हुए अभय प्रसाल से इंजीनियरिंग कॉलेज या स्टेशन तक ऊपर से ले जाया जा सकता है। स्टेशन से आगे मेट्रो को साइड से राजकुमार ब्रिज के ऊपर से और फिर VIP रोड से होकर ले जाना संभव है। बाद में 100 फीट रोड पर इसे भूमिगत कर एयरपोर्ट तक भी पहुंचाया जा सकता है। इस पूरे रास्ते का एक बार स्वयं जाकर निरीक्षण करना चाहिए। एक अन्य विकल्प यह भी है कि स्टेशन से आगे मेट्रो को सुभाष मार्ग से होते हुए भूमिगत ले जाया जाए, या पत्रकार कॉलोनी, पलासिया और गोविंदराम सेकसरिया कॉलेज के सामने से भी भूमिगत रास्ता निकाला जा सकता है। वर्तमान प्रस्तावित मार्ग एमजी रोड से होकर गुजरता है, जहां घनी आबादी है और कई ऐतिहासिक धरोहरें भी हैं, जिन्हें नुकसान हो सकता है। उम्मीद है कि शहर के हितों को प्राथमिकता देते हुए इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।