डिंडोरी में हाथियों से थे परेशान बाघ भी आ गया:घर तोड़े-फसल रौंदी और मवेशी को कुचला, बाघ को पकड़ने हो रही मशक्कत

डिंडोरी के पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के रहवासी इन दिनों हाथी और बाघ की दहशत में हैं। करीब एक महीने से हाथियों का एक झुंड तरवर टोला गांव के जंगल में मौजूद है। वही, टाइगर को पकड़ने कान्हा नेशनल पार्क से पिंजरा लेकर टीम बोयरहा गांव के जंगल में डेरा जमाए हुए है। गुरुवार देर रात हाथियों के झुंड ने गांव के 5-6 घरों को तहस-नहस कर दिया। घर के सामने बंधी एक मवेशी को कुचलकर मार दिया। घरों को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी खेत में घुस गए और फसल रौंद दी। दोहरी मुसीबत में जी रहे गांववाले तरवर टोला के ग्रामीण पुनवा बैगा और नवल सिंह ने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे हाथियों का झुंड गांव में घुस आया। झुंड ने 5-6 घरों को तहस-नहस कर दिया। हम लोग जान बचाकर भागे। घर के सामने एक मवेशी बंधा हुआ था। उसे कुचल दिया और घसीटकर नाले की तरफ ले गए। जेठिया बाई, नवल सिंह, बुधराम, रमेश मरावी और हमारे घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। गुड्डी बाई की फसल को बर्बाद कर दी। बाघ को पकड़ने आई टीम एसडीओ एसके जाटव ने बताया कि बोयरहा गांव के जंगल में टाइगर को पकड़ने के लिए कान्हा नेशनल पार्क से डॉक्टर संदीप अग्रवाल की टीम पिंजरा लेकर पहुंची है। कल भी टाइगर द्वारा शिकार किए गए मवेशी के शव को रखा गया था। लेकिन वो नहीं फंस पाया, आज बकरी को बांधा जाएगा। ताकि वो पिंजरे में आ सके।

डिंडोरी में हाथियों से थे परेशान बाघ भी आ गया:घर तोड़े-फसल रौंदी और मवेशी को कुचला, बाघ को पकड़ने हो रही मशक्कत
डिंडोरी के पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के रहवासी इन दिनों हाथी और बाघ की दहशत में हैं। करीब एक महीने से हाथियों का एक झुंड तरवर टोला गांव के जंगल में मौजूद है। वही, टाइगर को पकड़ने कान्हा नेशनल पार्क से पिंजरा लेकर टीम बोयरहा गांव के जंगल में डेरा जमाए हुए है। गुरुवार देर रात हाथियों के झुंड ने गांव के 5-6 घरों को तहस-नहस कर दिया। घर के सामने बंधी एक मवेशी को कुचलकर मार दिया। घरों को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी खेत में घुस गए और फसल रौंद दी। दोहरी मुसीबत में जी रहे गांववाले तरवर टोला के ग्रामीण पुनवा बैगा और नवल सिंह ने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे हाथियों का झुंड गांव में घुस आया। झुंड ने 5-6 घरों को तहस-नहस कर दिया। हम लोग जान बचाकर भागे। घर के सामने एक मवेशी बंधा हुआ था। उसे कुचल दिया और घसीटकर नाले की तरफ ले गए। जेठिया बाई, नवल सिंह, बुधराम, रमेश मरावी और हमारे घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। गुड्डी बाई की फसल को बर्बाद कर दी। बाघ को पकड़ने आई टीम एसडीओ एसके जाटव ने बताया कि बोयरहा गांव के जंगल में टाइगर को पकड़ने के लिए कान्हा नेशनल पार्क से डॉक्टर संदीप अग्रवाल की टीम पिंजरा लेकर पहुंची है। कल भी टाइगर द्वारा शिकार किए गए मवेशी के शव को रखा गया था। लेकिन वो नहीं फंस पाया, आज बकरी को बांधा जाएगा। ताकि वो पिंजरे में आ सके।