पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाबाई मोरे का निधन:बीमार थी, इलाज के दौरान मृत्यु; राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाबाई मोरे का निधन:बीमार थी, इलाज के दौरान मृत्यु; राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
खंडवा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाबाई मोरे का निधन हो गया है। निधन की जानकारी भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक राम दांगोरे ने दी है। मोरे कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। हाल ही में पेट में गठान का ऑपरेशन हुआ था। स्वस्थ्य होने के बाद दोबारा बीमार हो गई। शुक्रवार को इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। गंगाबाई मोरे पंधाना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सराय की निवासी थी। 2015 के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के पद पर निर्वाचित हुई थी। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में हसीनाबाई भाटे निर्वाचित हुई थी। लेकिन जून 2021 में भाटे का निधन हो गया है। इस दौरान वे बतौर प्रशासक जिला पंचायत अध्यक्ष थी। इसके बाद उपचुनाव में गंगाबाई मोरे को अध्यक्ष की कुर्सी मिली। उनके अध्यक्ष बनने के 6 महीने बाद पंचायत चुनाव 2022 घोषित हो गया। जनपद पंचायत के चुनाव में हार गई थी मोरे
गंगाबाई मोरे के जिला पंचायत अध्यक्ष रहने के बाद हुए पंचायत चुनाव में पंधाना जनपद अध्यक्ष के लिए एसटी आरक्षण हुआ। गंगाबाई ने अध्यक्ष बनने के लिए अपने गांव से जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा। लेकिन वे काफी कम वोट के अंतर से चुनाव हार गई। इस चुनाव के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली और खेती-मजदूरी में लग गई थी। राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
मध्यप्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्षों को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। प्रोटोकॉल के मुताबिक, पद से विरत रहने के दौरान भी यह सम्मान बरकरार रहता है। सरकार द्वारा राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
खंडवा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाबाई मोरे का निधन हो गया है। निधन की जानकारी भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक राम दांगोरे ने दी है। मोरे कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। हाल ही में पेट में गठान का ऑपरेशन हुआ था। स्वस्थ्य होने के बाद दोबारा बीमार हो गई। शुक्रवार को इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। गंगाबाई मोरे पंधाना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सराय की निवासी थी। 2015 के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के पद पर निर्वाचित हुई थी। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में हसीनाबाई भाटे निर्वाचित हुई थी। लेकिन जून 2021 में भाटे का निधन हो गया है। इस दौरान वे बतौर प्रशासक जिला पंचायत अध्यक्ष थी। इसके बाद उपचुनाव में गंगाबाई मोरे को अध्यक्ष की कुर्सी मिली। उनके अध्यक्ष बनने के 6 महीने बाद पंचायत चुनाव 2022 घोषित हो गया। जनपद पंचायत के चुनाव में हार गई थी मोरे
गंगाबाई मोरे के जिला पंचायत अध्यक्ष रहने के बाद हुए पंचायत चुनाव में पंधाना जनपद अध्यक्ष के लिए एसटी आरक्षण हुआ। गंगाबाई ने अध्यक्ष बनने के लिए अपने गांव से जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा। लेकिन वे काफी कम वोट के अंतर से चुनाव हार गई। इस चुनाव के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली और खेती-मजदूरी में लग गई थी। राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
मध्यप्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्षों को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त है। प्रोटोकॉल के मुताबिक, पद से विरत रहने के दौरान भी यह सम्मान बरकरार रहता है। सरकार द्वारा राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।