तिन्दोनिया के प्राचीन हनुमान मंदिर में सात दिवसीय यज्ञ संपन्न:वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दी आहुतियां, भंडारे में उमड़ी भीड़
तिन्दोनिया के प्राचीन हनुमान मंदिर में सात दिवसीय यज्ञ संपन्न:वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दी आहुतियां, भंडारे में उमड़ी भीड़
राजगढ़ जिले के ग्राम तिन्दोनिया स्थित प्राचीन श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर में सात दिवसीय यज्ञ-हवन महोत्सव का समापन रविवार को हुआ। इस आयोजन में गांव और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। गत सप्ताह से चल रहे इस धार्मिक अनुष्ठान में प्रतिदिन हवन-पूजन और धार्मिक प्रवचन हुए। यज्ञ मंडप में वेदपाठी ब्राह्मणों ने वैदिक विधियों से अग्निहोत्र किया। समापन दिवस पर विशेष हवन और पूजन का आयोजन किया गया। प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया
मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था और प्रसाद वितरण की उचित व्यवस्था की। समापन दिवस पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया। श्री हनुमान जी की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया। ढोल-नगाड़ों की धुन पर जुलूस निकाला गया
यज्ञ के बाद ढोल-नगाड़ों की धुन पर जुलूस निकाला गया। कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर समिति, ग्राम पंचायत और युवाओं के सहयोग से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। ग्रामवासियों के अनुसार, श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर पर आयोजित यह यज्ञ आध्यात्मिक महत्व रखता है। उनका मानना है कि इससे गांव में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस सात दिवसीय यज्ञ महोत्सव ने ग्राम तिन्दोनिया में भक्ति और एकता का वातावरण बनाया।
राजगढ़ जिले के ग्राम तिन्दोनिया स्थित प्राचीन श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर में सात दिवसीय यज्ञ-हवन महोत्सव का समापन रविवार को हुआ। इस आयोजन में गांव और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। गत सप्ताह से चल रहे इस धार्मिक अनुष्ठान में प्रतिदिन हवन-पूजन और धार्मिक प्रवचन हुए। यज्ञ मंडप में वेदपाठी ब्राह्मणों ने वैदिक विधियों से अग्निहोत्र किया। समापन दिवस पर विशेष हवन और पूजन का आयोजन किया गया। प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया
मंदिर परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था और प्रसाद वितरण की उचित व्यवस्था की। समापन दिवस पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया। श्री हनुमान जी की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया। ढोल-नगाड़ों की धुन पर जुलूस निकाला गया
यज्ञ के बाद ढोल-नगाड़ों की धुन पर जुलूस निकाला गया। कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर समिति, ग्राम पंचायत और युवाओं के सहयोग से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। ग्रामवासियों के अनुसार, श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर पर आयोजित यह यज्ञ आध्यात्मिक महत्व रखता है। उनका मानना है कि इससे गांव में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस सात दिवसीय यज्ञ महोत्सव ने ग्राम तिन्दोनिया में भक्ति और एकता का वातावरण बनाया।