फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने यूक्रेन के मामले में रूस से क्या कहा

फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर लिखा कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से फोन पर बात की है. राष्ट्रपति मैक्रों ने लिखा, हम यूक्रेन में स्थायी शांति चाहते हैं. इसे हासिल करने के लिए रूस को आक्रामता छोड़नी होगी. यूक्रेनी लोगों की सुरक्षा के लिए एक मज़बूत और विश्वसनीय गारंटी देनी होगी. उन्होंने लिखा, अन्यथा इस युद्ध विराम के मिन्स्क समझौते के समान ख़त्म होने का ख़तरा है. हम एक साथ काम करेंगे. इनमें यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी लोग शामिल हैं. यही बात अहम है. दरअसल, पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों और यूक्रेन की सेना के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद 2014 में मिन्स्क-1 और 2015 में मिन्स्क-2 समझौता हुआ था. फ़रवरी 2015 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में रूस, यूक्रेन, जर्मनी और फ़्रांस के नेताओं की मौजूदगी में यह समझौता हुआ. इसके तहत उन इलाकों में शांति बहाल करने के क़दम उठाए जाने थे जिन पर रूस समर्थक अलगाववादियों ने क़ब्ज़ा कर लिया था. इससे पहले, यूरोपीय नेताओं से मिलने के बाद राष्ट्रपति मैक्रों ने लिखा, हम सभी यह मानते हैं कि यूरोपीय लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए साथ मिलकर बेहतर और ज़्यादा निवेश करना होगा. यह हमारे आज और भविष्य के लिए है.(bbc.com/hindi)

फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने यूक्रेन के मामले में रूस से क्या कहा
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर लिखा कि उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से फोन पर बात की है. राष्ट्रपति मैक्रों ने लिखा, हम यूक्रेन में स्थायी शांति चाहते हैं. इसे हासिल करने के लिए रूस को आक्रामता छोड़नी होगी. यूक्रेनी लोगों की सुरक्षा के लिए एक मज़बूत और विश्वसनीय गारंटी देनी होगी. उन्होंने लिखा, अन्यथा इस युद्ध विराम के मिन्स्क समझौते के समान ख़त्म होने का ख़तरा है. हम एक साथ काम करेंगे. इनमें यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी लोग शामिल हैं. यही बात अहम है. दरअसल, पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों और यूक्रेन की सेना के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद 2014 में मिन्स्क-1 और 2015 में मिन्स्क-2 समझौता हुआ था. फ़रवरी 2015 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में रूस, यूक्रेन, जर्मनी और फ़्रांस के नेताओं की मौजूदगी में यह समझौता हुआ. इसके तहत उन इलाकों में शांति बहाल करने के क़दम उठाए जाने थे जिन पर रूस समर्थक अलगाववादियों ने क़ब्ज़ा कर लिया था. इससे पहले, यूरोपीय नेताओं से मिलने के बाद राष्ट्रपति मैक्रों ने लिखा, हम सभी यह मानते हैं कि यूरोपीय लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए साथ मिलकर बेहतर और ज़्यादा निवेश करना होगा. यह हमारे आज और भविष्य के लिए है.(bbc.com/hindi)