भगवान परशुराम जन्म महोत्सव का पहला न्योता भोलेनाथ को दिया:30 अप्रैल को 11 कुंडीय यज्ञ से होगी शुरुआत, युवा ब्रह्मण निकालेंगे बाइक रैली
भगवान परशुराम जन्म महोत्सव का पहला न्योता भोलेनाथ को दिया:30 अप्रैल को 11 कुंडीय यज्ञ से होगी शुरुआत, युवा ब्रह्मण निकालेंगे बाइक रैली
शहर में भगवान परशुराम जन्म महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। आयोजन समिति ने गुरुवार को शिव धाम कुंडेश्वर में भगवान भोलेनाथ को पहला आमंत्रण पत्र सौंपा। समिति अब प्रभात फेरी निकालकर शहर के सभी ब्राह्मण परिवारों को न्योता देगी। 30 अप्रैल को होने वाले जन्म महोत्सव की शुरुआत सुबह 5:30 बजे महेंद्र सागर तालाब स्थित प्रतिमा स्थल पर 11 कुंडीय अग्निहोत्र हवन से होगी। सुबह 6 से 7 बजे तक महामृत्युंजय यज्ञ होगा। इसके बाद भगवान परशुराम का अभिषेक और पूजन किया जाएगा। कार्यक्रम में 28 अप्रैल को शाम 5 बजे नजरबाग मंदिर से बाइक रैली निकाली जाएगी। जन्म महोत्सव के दिन शाम 4 बजे नजरबाग मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकलेगी। यात्रा का समापन महेंद्र सागर तालाब स्थित प्रतिमा स्थल पर होगा। वहां भगवान परशुराम की महा आरती के बाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति के सदस्य सौरभ शर्मा ने बताया कि कल से शहर के 27 वार्डों में ब्राह्मण समाज के घरों तक आमंत्रण पत्र पहुंचाए जाएंगे। समिति का लक्ष्य है कि समाज का हर परिवार इस आयोजन में शामिल हो।
शहर में भगवान परशुराम जन्म महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। आयोजन समिति ने गुरुवार को शिव धाम कुंडेश्वर में भगवान भोलेनाथ को पहला आमंत्रण पत्र सौंपा। समिति अब प्रभात फेरी निकालकर शहर के सभी ब्राह्मण परिवारों को न्योता देगी। 30 अप्रैल को होने वाले जन्म महोत्सव की शुरुआत सुबह 5:30 बजे महेंद्र सागर तालाब स्थित प्रतिमा स्थल पर 11 कुंडीय अग्निहोत्र हवन से होगी। सुबह 6 से 7 बजे तक महामृत्युंजय यज्ञ होगा। इसके बाद भगवान परशुराम का अभिषेक और पूजन किया जाएगा। कार्यक्रम में 28 अप्रैल को शाम 5 बजे नजरबाग मंदिर से बाइक रैली निकाली जाएगी। जन्म महोत्सव के दिन शाम 4 बजे नजरबाग मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकलेगी। यात्रा का समापन महेंद्र सागर तालाब स्थित प्रतिमा स्थल पर होगा। वहां भगवान परशुराम की महा आरती के बाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति के सदस्य सौरभ शर्मा ने बताया कि कल से शहर के 27 वार्डों में ब्राह्मण समाज के घरों तक आमंत्रण पत्र पहुंचाए जाएंगे। समिति का लक्ष्य है कि समाज का हर परिवार इस आयोजन में शामिल हो।