हरदा जिला अस्पताल का निर्माण कार्य अब तक अधूरा:लागत 34 करोड़; CMHO बोले- सुरक्षा कारणों से काम में देरी, अगस्त तक होगा पूरा

हरदा जिला अस्पताल में चल रहे नए भवन का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। जबकि जून 2022 में शुरू हुआ निर्माण जून 2023 तक पूरा होना था। 4 मंजिला भवन के चौथी मंजिल पर क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सीसीबी) का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना की कुल लागत 34 करोड़ रुपए है। सीएमएचओ डॉ. एचपी सिंह ने कहा- सीसीबी निर्माण और सुरक्षा कारणों से काम में देरी हुई है। उन्होंने बताया कि जुलाई या अगस्त के पहले पखवाड़े तक काम पूरा हो जाएगा। परियोजना की लागत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। मुख्य भवन 18 करोड़ और सीसीबी ब्लॉक की 16 करोड़ लागत 4 मंजिला मुख्य भवन 18 करोड़ में और सीसीबी ब्लॉक 16 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है। निर्माण कार्य 83 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है। निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। दूसरी मंजिल की छत की सीलिंग पहले ही टूट गई है। ठेकेदार की लापरवाही के कारण निर्माण कार्य में देरी हो रही है। जिसके कारण मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है। नए अस्पताल में 250 बेड होंगे नए अस्पताल की बेड क्षमता 250 होगी। इससे हरदा जिले और आसपास की तहसीलों के मरीजों को महानगरों जैसी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। आपदा की स्थिति में भी यह अस्पताल लोगों के लिए वरदान साबित होगा।

हरदा जिला अस्पताल का निर्माण कार्य अब तक अधूरा:लागत 34 करोड़; CMHO बोले- सुरक्षा कारणों से काम में देरी, अगस्त तक होगा पूरा
हरदा जिला अस्पताल में चल रहे नए भवन का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। जबकि जून 2022 में शुरू हुआ निर्माण जून 2023 तक पूरा होना था। 4 मंजिला भवन के चौथी मंजिल पर क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सीसीबी) का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना की कुल लागत 34 करोड़ रुपए है। सीएमएचओ डॉ. एचपी सिंह ने कहा- सीसीबी निर्माण और सुरक्षा कारणों से काम में देरी हुई है। उन्होंने बताया कि जुलाई या अगस्त के पहले पखवाड़े तक काम पूरा हो जाएगा। परियोजना की लागत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। मुख्य भवन 18 करोड़ और सीसीबी ब्लॉक की 16 करोड़ लागत 4 मंजिला मुख्य भवन 18 करोड़ में और सीसीबी ब्लॉक 16 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है। निर्माण कार्य 83 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है। निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। दूसरी मंजिल की छत की सीलिंग पहले ही टूट गई है। ठेकेदार की लापरवाही के कारण निर्माण कार्य में देरी हो रही है। जिसके कारण मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है। नए अस्पताल में 250 बेड होंगे नए अस्पताल की बेड क्षमता 250 होगी। इससे हरदा जिले और आसपास की तहसीलों के मरीजों को महानगरों जैसी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। आपदा की स्थिति में भी यह अस्पताल लोगों के लिए वरदान साबित होगा।